sad yaad shayari status
मिल जाओ जितना याद आते हो।
मुझे कुछ भी नहीं कहना इतनी सी गुजारिश है,
हर एक पहलू तेरा मेरे दिल में आबाद हो जाये,
तुझे मैं इस क़दर देखूं मुझे तू याद हो जाये।
हम चाहे तो भी तुझे भुला नहीं सकते,
तेरी यादों से दामन चुरा नहीं सकते,
तेरे बिना जीना एक पल भी मुमकिन नहीं,
तुम्हें चाहते हैं इतना कि बता नहीं सकते।
मिसिंग यू...
कहीं ये अपनी मोहब्बत की इन्तेहाँ तो नहीं,
बहुत दिनों से तेरी याद भी नहीं आई।
काश तू भी बन जाए तेरी यादों की तरह,
न वक़्त देखे न बहाना बस चली आये।
ढूढ़ोगे उजड़े रिश्तों में वफ़ा के खजाने,
तुम मेरे बाद मेरी मोहब्बत को याद करोगे।
दिल में आप हो और कोई खास कैसे होगा,
यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा,
हिचकियॉं कहती हैं आप याद करते हो,
पर बोलोगे नहीं तो मुझे एहसास कैसे होगा?
कभी फुर्सत मिले तो सोचना जरूर,
एक लापरवाह लड़का क्यों तेरी परवाह करता था…
रहता तो नशा तेरी यादों का ही है,
कोई पूछे तो कह देता हूँ पी राखी है।
मत पूछ मुझे………, क्या गम है!
तेरे वादे पे ज़िंदा हूँ, क्या कम है!!
वो सोचती होगी बड़े चैन से सो रहा हूँ मैं,
उसे क्या पता ओढ़ के चादर रो रहा हूँ मैं।
मुझे जिस चिराग से प्यार था…
मेरा सब कुछ उसी ने जला दिया…
निकाल दिया उसने हमें अपनी जिंदगी से, भीगे कागज़ की तरह,
न लिखने के काबिल छोड़ा न जलने के।
हम तो नरम पत्तों की शाख़ हुआ करते थे,
छीले इतने गए कि “खंज़र ” हो गए…
वजह तक पूछने का मौका ही ना मिला,
बस लम्हे गुजरते गए और हम अजनबी होते गए।
निकले हम दुनिया की भीड़ में तो पता चला की…
हर वह शख्स अकेला है, जिसने मोहब्बत की है!
अब मोहब्बत नहीं रही इस जमाने में,
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नहीं मज़ाक किया करते है।
पलकों की हद तोड़ के, दामन पे आ गिरा,
एक आसूं मेरे सब्र की, तोहीन कर गया।
अच्छा है आँसुओं का रंग नहीं होता,
वरना सुबह के तकिये रात का हाल बयां कर देते।
टूटे हुए दिल भी धड़कते है उम्र भर,
चाहे किसी की याद में या फिर किसी फ़रियाद में!!
टूट कर चाहना और फिर टूट जाना,
बात छोटी है मगर जान निकल जाती है।
हर दर्द का इलाज़ मिलता था जिस बाज़ार में,
मोहब्बत का नाम लिया तो दवाख़ाने बन्द हो गये!!
अभी एक टूटा तारा देखा, बिलकुल मेरे जैसा था,
चाँद को कोई फर्क न पड़ा, बिलकुल तेरे जैसा था।
छोड़कर अपनी यादों की निशानियां मेरे दिल में,
वो भी चले गये वक्त की तरह।
सजा ये है की बंजर जमीन हूँ मैं,
और जुल्म ये है की बारिशों से इश्क़ हो गया।
तरस आता है मुझे अपनी, मासूम सी पलकों पर,
जब भीग कर कहती हैं कि अब, रोया नहीं जाता।
फ़रियाद कर रही है तरसी हुई निगाहें,
किसी को देखे एक अरसा हो गया।
न ज़ख्म भरे, न शराब सहारा हुई,
न वो वापस लोटी, न मोहब्बत दोबारा हुई..
हमें देख कर जब उसने मुँह मोड़ लिया,
एक तसल्ली हो गयी चलो पहचानते तो हैं।
मैं तो रह लूंगा तुझसे बिछड़ कर तन्हा भी,
बस दिल का सोचता हूँ, कहीं धडकना न छोड़ दे!!
सिर्फ हम ही है तेरे दिल में,
बस यही गलतफहमी हमें बर्बाद कर गई।
छोड़ दिया हमने तेरे ख्यालों में जीना,
अब हम लोगों से नहीं, लोग हमसे मोहब्बत करते है।
मोहब्बत नही तो मुकदमा हि दायर कर दे जालिम,
तारीख दर तारीख तेरा दीदार तो होगा।
मुस्कुराने की आदत भी कितनी महँगी पड़ी हमे,
छोड़ गया वो ये सोच कर की हम जुदाई मे भी खुश हैं!!
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,
जिस तरह तेरे दिल से हम निकले।
तलब ऐसी कि अपनी सांसों में समा लू तुझे,
किस्मत ऐसी कि देखने को भी मोहताज हूँ तुझे!!
दर्द मुझको ढूंढ लेता है, रोज नए बहाने से,
वो हो गया वाकिफ़, मेरे हर ठिकाने से।
रहेगा किस्मत से यही गिला ज़िंदगी भर,
जिसको पल-पल चाहा उसी को पल-पल तरसे!!
कत्ल हुआ हमारा इस तरह किस्तों में,
कभी खंजर बदल गए, कभी कातिल बदल गए।
कल रात का आलम इस कदर था यारो,
उसकी यादों ने मेरी आँखो को सोने ना दिया!!
रात तकती रही आँखो में, दिल आरजू करता रहा,
कोई बे-सबर रोता रहा, कोई बे-खबर सोता रहा..!!
बहुत मासूम होते है ये आँसू भी,
ये गिरते उनके लिए है, जिन्हें परवाह नहीं होती।
खता उनकी भी नहीं है वो क्या करते,
हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते।
चले जायेंगे एक दिन, तुझे तेरे हाल पर छोड़कर…
कदर क्या होती हैं प्यार की, तुझे वक़्त ही सीखा देगा…
माफ़ी चाहता हूँ गुनेहगार हूँ तेरा ऐ दिल,
तुझे उसके हवाले किया जिसे तेरी कदर नहीं।
न जाने कौन सी साजिशों के हम शिकार हुए,
जितना साफ दिल रखा उतने ही हम दागदार हुए।
शायरी के लिए कुछ ख़ास नहीं चाहिए,
एक यार चाहिए और वो भी दगाबाज चाहिए।
लगता है मैं भूल चुका हूँ, मुस्कुराने का हुनर,
कोशिश जब भी करता हूँ, आँसू निकल आते हैं..!
शीशे में डूब कर, पीते रहे उस “जाम” को,
कोशिशें तो बहुत की मगर, भुला ना पाए एक “नाम” को।
ख्वाहिश तो न थी किसी से दिल लगाने की,
पर किस्मत में दर्द लिखा हो तो मुहब्बत कैसे ना होती।
किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी मेरी खुदा ने,
बस वही पन्ना गुम था जिसमें मुहब्बत का जिक्र था।
लगा कर आग सीने में, चले हो तुम कहाँ,
अभी तो राख उड़ने दो, तमाशा और भी होगा।
अपना बनाकर फिर कुछ दिनों में बेगाना बना दिया,
भर गया दिल हमसे और मजबूरी का बहाना बना दिया।
आदत बदल सी गई है वक्त काटने की,
हिम्मत ही नहीं होती अपना दर्द बांटने की।
तन्हाई की चादर ओढ़कर रातों को नींद नहीं आती हमें,
गुजर जाती है हर रात किसी की बातों को याद करते करते।
मैं अक्सर रात में यूं ही सड़क पर निकल आता हूँ,
यह सोचकर की कहीं ,चाँद को तन्हाई का अहसास न हो।
हमने उतार दिए सारे कर्ज तेरी मुहब्बत के,
अब हिसाब होगा तो सिर्फ तेरे दिए हुए जख्मों का।
लिखी है खुदा ने मोहब्बत सबकी तक़दीर में,
हमारी बारी आई तो स्याही ही ख़त्म हो गई!!
बिखरती रही जिंदगी बूँद-दर-बूँद,
मगर इश्क़ फिर भी प्यासा रहा।
जुल्म के सारे हुनर हम पर यूँ आजमाये गये,
जुल्म भी सहा हमने, और जालिम भी कहलाये गये!!
सुना था मोहब्बत मिलती है, मोहब्बत के बदले,
हमारी बारी आई तो, रिवाज ही बदल गया।
दुनिया फ़रेब करके हुनरमंद हो गई…
हम ऐतबार करके गुनाहगार हो गए…
कैसे दूर करूँ ये उदासी, बता दे कोई,
लगा के सीने से काश, रुला दे कोई।
वरना कागजों पर लफ़्ज़ों के जनाज़े उठते।
माना मौसम भी बदलते है मगर धीरे-धीरे,
तेरे बदलने की रफ़्तार से तो हवाएं भी हैरान है।
ज़िन्दगी की हर शाम, हसीन हो जाए…
अगर मेरी मोहब्बत मुझे, नसीब हो जाये…
लम्हा दर लम्हा साथ, उम्र बीत ज़ाने तक,
मोहब्बत वहीं हैं ज़ो चले, मौत आने तक…
भीगी नहीं थी मेरी आँखें कभी, वक़्त की मार से…
देख तेरी थोड़ी सी बेरुखी ने इन्हें, जी भर के रुला दिया…
मेरी आँखो का हर आँसू, तेरे प्यार की निशानी है,
मेरी आँखो का हर आँसू, तेरे प्यार की निशानी है,
जो तू समझे तो मोती है, ना समझे तो पानी है…
इन्हीं रास्तों ने जिन पर मेरे साथ, तुम चले थे…
मुझे रोक के पूछा की तेरा, हमसफ़र कहाँ है…
खैर कुछ तो किया उसने…
चलो तबाह ही सही…!
जागना कबूल हैं तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में अब कहाँ!!
आखिर क्यों बस जाते हैं दिल में, बिना इजाज़त लिए वो लोग,
जिन्हे हम ज़िन्दगी में कभी पा, नहीं सकते।
मुस्कुराने की अब वजह याद नहीं रहती,
पाला है बड़े नाज़ से… मेरे गमों ने मुझे!
खुदखुशी करने से मुझे कोई परहेज नही है,
बस शर्त इतनी है कि फंदा तेरी जुल्फों का हो!!
मैंने दरवाज़े पे ताला भी लगा कर देखा लिया,
पर ग़म फिर भी समझ जाते है की मैं घर में हूँ!!
मुझे नींद की इजाज़त भी उनकी यादों से लेनी पड़ती है,
जो खुद आराम से सोये हैं, मुझे करवटों में छोड़ कर।
भला कौन इस दिल की इतनी, देख-भाल करे…
रोज़-रोज़ तो इसकी किस्मत में, टूटना ही लिखा है…
मैने माँगा था थोड़ा सा उजाला अपनी जिंदगी में,
चाहने वालों ने तो आग ही लगा दी।
उदास कर देती है हर रोज ये बात मुझे,
ऐसा लगता है भूल रहा है कोई मुझे धीरे-धीरे…
समझदार ही करते है अक्सर गलतिया,
कभी देखा है, किसी पागल को मोहब्बत करते।
मौहब्बत की मिसाल में बस इतना ही कहूँगा…
बेमिसाल सज़ा है, किसी बेगुनाह के लिए!!
हमे क्या पता था, आसमान इस कदर रो पडेगा,
हमने तो बस उसे अपनी दास्तां सुनाई थी!!
Sad Shayari, Sad Shayari in Hindi, सैड शायरी
याद में नशा करता हूँ…
और नशे में याद करता हूँ…
यूँ दूरियों की आग में सुलगती है जाँ छुटता नही है दिल से तेरी याद का धुआँ |
***
“सिसकियाँ लेता है वजूद मेरा गालिब,
नोंच नोंच कर खा गई तेरी याद मुझे।”
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नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से,
मैंने आने न दिया उसको तेरी याद से पहले..!!
***
ये मत कहना कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा;
मैं खुद तन्हा रहा मगर दिल को तन्हा नहीं रखा
***
रात हुई जब शाम के बाद! तेरी याद आई हर बात के बाद! हमने खामोश रहकर भी देखा! तेरी आवाज़ आई हर सांस के बाद!
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रात हुई जब शाम के बाद! तेरी याद आई हर बात के बाद! हमने खामोश रहकर भी देखा! तेरी आवाज़ आई हर सांस के बाद!
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हो जाओ गर तनहा कभी तो मेरा नाम याद रखना
मुझे याद हैं सितम तेरे , तू मेरा प्यार याद रखना
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इन आँखों ने भी दम तोड़ दिया तेरे आने के एतबार में
मुझे याद है वादा फरोशी तेरी तू ये इंतज़ार याद रखना
***
गम ने हसने न दिया ज़माने ने रोने न दिया!
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया
थक के जब सितारों से पनाह ली
तो तेरी याद ने सोने न दिया!
***
जीने को कोइ बहाना बता दो…
तेरी याद में रोज़ मरती हूँ मैं…!!
मुस्कुराती आँखों से अफ़साना लिखा था,
शायद आपका मेरी ज़िन्दगी में आना लिखा था
तक़दीर तो देखो मेरे आँसू की उसको भी
तेरी याद मे बह जाना लिखा था
***
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दुआ कौन सी थी हमे याद नही बस इतना याद है,
दो हथेलियाँ जुड़ी थी एक तेरी थी एक मेरी थी..!!
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सांस को बहुत देर लगती है आने में
हर सांस से पहले तेरी याद आ जाती है
***
हम कोई तर्क_ए वफ़ा करते हैं_\
तू ना सही तेरी याद ही सही
***
तुझसे ज्यादा तेरी याद को है मुझसे हमदर्दी,
देखती है मुझे तन्हा तो चली आती है…!!!
***
मैं शिकायत करूँ तो क्यों करूँ ,ये तो किस्मत की बात है,
तेरी सोच में भी नहीं मैं,और तू मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ याद है!
***
मुझे याद है तो इतना तेरी जुस्तजू में था
मैं मगर उसके बाद तो बस कहीं ख़ुद ही खो गया मैं
***
यूँ चाँद भी तन्हा है, चांदनी के बगैर,
मेरा दिल भी तन्हा है तेरी याद के बगैर…
***
चली आती है… तेरी याद मेरे जहन में अक्सर.. तुझे हो ना हो.. तेरी यादो को जरूर मुझसे मोहब्बत है
***
याद आती है तेरी आ के ठहर जाती है
मेरी साँसों में जुनूँ बन के उतर जाती है
*** Miss you shayari
लिखते हैं कि तेरी याद चली जायेगी, पर हर लब्ज क़यामत ढाता है ।
***
बहुत छुपा कर रखा था तेरी मोहब्बत का राज़ सबसे !
तेरी याद आते ही ये अश्क सब बयान कर देते हैं !!
***
मेरी मोहब्बत सच्ची है इसलिए तेरी याद आती है.. अगर तेरी बेवफाई सच्ची है तो अब याद मत आना.
***
धूप गई छाँव गई दिन गया रात गई
दिल से तेरी याद न गयी मिलने की फरियाद न गयी
***
तेरी याद को पसन्द आ गई है मेरी आँखों की नमी,
हँसना भी चाहूँ तो रूला देती है तेरी कमी
***
मेरी डबडबाती आंखों पे ठिठके अश्क़ सा…
नश्तऱ सी गड़ती तेरी याद सा…इश्क़!
***
कितने अजीब इंसान है तेरी दुनिया मेँ ऐ खुदा
शौक ऐ मोहब्बत भी रखते है और याद तक नहीँ करते…..!
***
तेरी मजबूरियाँ भी होगी चलो मान लेते है….!!
मगर तेरा एक वादा भी था मुझे याद रखने का….!
***
तुजे भुलाने के हज़ार तरीक़े सोचते रहे रात भर ,
और इस तरह तेरी याद में एक रात और गुज़र गयी.
***
तुझे भूल जाने की कोशिश कभी कामयाब न हो सकी..
तेरी याद फूल-ऐ-गुलाब है, जो हवा चली तो महक गई..
***
तेरी याद से शुरू होती है मेरी हर सुबह,
फिर ये कैसे कह दूँ.. कि मेरा दिन खराब है..!!
*** Miss you shayari
आज फिर दिल ने कहा आओ भुला दें यादें
भूल जाना भी तो इक तरह की नेअमत है
वरना इंसान को पागल न बना दें यादें
***
इक रिश्ता जो है और नहीं भी बस कुछ लफ़्ज़ से हैं तेरे मेरे दरमियां कुछ पुरानी /कुछ ताज़ी यादें दो जोड़ी आंखों की वो गुफ्तगू और इक अभूली याद!
तेरी तस्वीरों में कुछ यादें मेरी भी हैं कुछ पलों की बातें अधूरी भी हैं
***
वो मोहब्बत ही क्या जिसमें यादें ही न हो और वो यादें ही क्या जिसमें तुम न हो….
***
यादें जब आती हैं बनजाते हैं रुसवाइयों के बवंडर
आँखों से आँसुंओं की धार निकल जाती है
अँधेरे उजले पथ पर चलते चलते
एक टूटी तस्वीर उभर जाती है ।
***
उतर जाती हैं जो जहन में तो फिर जल्दी नींद नहीं आती.. ये कॉफ़ी और तुम्हारी यादें..एक जैसी हैं..!!
***
“एक मुख़्तसर लम्हा ही तो था… अपने पीछे ना जाने कितनी यादें छोड़ गया….!!”
***
तेरी यादें अक्सर छेड़ जाया करती हैं कभी अा़ँखों का पानी बनकर कभी हवा का झोंका बनकर.!!!
***
ले लो ना वापिस… वो तड़प वो आंसू वो यादें सारी, नही कोई जुर्म मेरा तो फिर ये सजायें कैसी??
***
ज़िन्दगी मे कुछ हसीन पल बस यूँही गुज़र जाते है..
रह जाती है यादें इंसान बिछड़ जाते है..
***
गुज़र जायेगा ये दौर भी चंद लम्हो में…
कुछ अजनबियों से ही सही ..यादें तो बना लीजिये जनाब
*** Miss you shayari
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा; यादें काटती हैं ले-ले के नाम तेरा; मुद्दत से बैठे हैं तेरे इंतज़ार में; कि आज आयेगा कोई पैगाम तेरा!
***
यादें उन्हीं की आती है जिनसे कुछ ताल्लुक हो ! हर शख्स मुहब्बत की नजर से देखा नही जाता !!
***
ख़र्च जितना भी करूँ,,, ~ बढ़ती जाती है ये यादें तेरी अजीब दौलत है !
***
इतनी यादें तेरी पर तू ही मेरे पास नहीं….. इतनी बातें है पर करने को तू ही साथ नहीं
***
इस दुनियाँ में सब कुछ बिकता है, फिर जुदाई ही रिश्वत क्युँ नही लेती? मरता नहीं है कोई किसी से जुदा होकर, बस यादें ही हैं जो जीने नहीं देती…
***
क्या खूब होता अगर यादें रेत होती… मुठी से गिरा देते, पाँव से उड़ा देते…
***
जीना चाहते हैं ज़िन्दगी रास नहीं आती मरना चाहते हैं मौत पास नहीं आती बहुत उदास हैं हम इस ज़िन्दगी से उनकी यादें तो तड़पाने से बाज़ नहीं आती
***
यूँ ही गुजर जाते हैं मीठे लम्हे किसी मुसाफिर की तरह .. और यादें वहीँ खड़ी रह जाती हैं रुके रास्तों की तरह !!.
***
जहन में हर शाम यादें तुम्हारी आ बैठती हैं ऐसे …किसी दीवार पर दोपहर की धूप चढ़ी हो जैसे
***
कुछ जख्म कुछ दर्द कुछ यादें ” कुछ अधुरे ख्वाब ” कुछ झूठे वादे ! शुक्रिया मोहब्बत तेरा ” तुमने खाली हाथ नही भेजा अपने दर से !!!
***
मेरे दिल की सिम्त न देख तू,। किसी और का ये मुक़ाम है, यहाँ उसकी यादें मुक़ीम हैं, ये किसी को मैने दिया नहीं,॥
*** Miss you shayari
प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है.. मिल जाये तो बातें लंबी और बिछड़ जायें तो यादें लंबी..।।
हम उनकी याद में इस क़दर डूबे, कि सुध बुध अपनी भूला बैठे,
ओरों को हम क्या पहचाने, ख़ुद अपनी सूरत भूला बैठे। “औम”….
Reply
ओ पी वर्मा
July 26, 2017 at 10:33 PM
जड़ी जाती तो जड़वा लेता, अँगूठी के नगीने में,
मगर तुम चीज़ ही ऐसी हो, जो जड़ी हो मेरे सीने में “औम”….
Reply
ओ पी वर्मा
July 26, 2017 at 10:35 PM
ख़्वाबों में मिलने का वादा किया था उसने,
उस दिन से मैं हमेशा नींद में रहता हूँ, “औम”….
Reply
ओ पी वर्मा
July 26, 2017 at 10:36 PM
तेरी याद अब बहुत आने लगी है,
इक जान है अब वो जाने लगी है,
तन्हां तन्हां हम रहने लगे है,
तन्हांई अब तड़फड़ाने लगी है।
यूँ तो बंद कर दिए हैं हमने सारे दरवाज़े इश्क़ के
पर तेरी याद है की अब भी दरारों से आ ही जाती है
याद किया करो जनाब
वर्ना याद किया करोगे
तुम मेरे पास थे और हमेशा रहोगे
खुदा का शुक्र है की
यादों की कोई उम्र नहीं होती
बड़ा अजीब सा ज़हर था उसकी याद मे
पूरी उम्र गुज़र गयी मरते मरते
आज कल तुम्हारी याद पलक तक आती है
कुछ देर ठहरती है फिर छलक जाती है
सुनो तुम अपनी यादो को समझा लो ज़रा
मुझे तंग करती हैं एक कर्ज़दार को तरह
बहुत कुछ याद आता है
एक तेरे याद आने के बाद
जब तेरी याद आती है ना, आँखें तो मान जाती हैं
मगर ये दिल रो पढता है
अब हिचकिकयाँ आती है तो पानी पी लेते हैं
ये बहम छोड़ दिए है
की कोई याद करता है
याद तुझे भी आएंगे वो लम्हे
की कोई था
जब कोई ना था
अगर ज़िन्दगी मे जुदाई ना होती
तो कभी किसी कि याद आयी ना होती
साथ ही गुज़रता हर लम्हा तो
शायद रिश्तो मे ये गहराई ना होती
एक कतरा ही सही आँख में पानी तो रहे,
ऐ मोहब्बत तेरे होने की निशानी तो रहे,
बस यही सोच के यादों को तेरी दे दी पनाह,
इस नये घर में कोई चीज पुरानी तो रहे।
काश आंशू के साथ
यादें भी बह जाती
तो एक दिन
तसल्ली से बैठ कर रो लेते
याद आती हैi तो यादो मे खो लेते हैं
आँशु आँखों मे उतर आये तो रो लेते हैं
नींद तो नहीं आती आँखों मे लकिन
आप ख्वाबों मे आएंगे इसलिए सो लेते हैं
तेरे गम मे भी नायाब खज़ाना ढून्ढ लेते हैं
हम तम्हे याद करने का बहाना ढूंढ लेते हैं
yaad shayari
जीना चाहते हैं मगर ज़िन्दगी रास नहीं आती
मरना चाहते हैं मगर मौत पास नहीं आती
बहुत उदास है ये ज़िन्दगी उसके बिन
उसकी याद है कि आने से बाज़ नहीं आती
एक तन्हा रात मे तुम्हारी याद आ गयी
याद भुलाने के लिए हमने एक शम्मां जला दी
क्या कायनात दिखा दी शम्मां ने हमको
उसके उठते हुए धुएँ ने तुम्हारी तस्वीर बना दी
कभी ज़रूरत पड़े तो दिल से याद करना
मैं गुज़रा वक़्त नहीं जो वापस ना आ सकूँ
अगर आंसू बहा लेने से तेरी याद मिट जाती
तो एक ही दिन मे हम तेरी याद मिटा देते
तू याद बहुत आया हर शाम के बाद
कभी आगाज़ से पहले कभी अंजाम के बाद
इस डूबते हुए सूरज कि क़सम
इस दिल पे कोई नाम नहीं लिखा
तेरे नाम से पहले तेरे नाम के बाद
ख़ुदा करे कि इस दिल की आवाज़ में
इतना असर हो जाए,
जिसकी याद में तड़प रहे हैं हम
उसे ख़बर हो जाए…
कलेजे की बात दिखाना हमे आता नही,’
किसी के दिल को सताना हमे आता नही,’
आप सोचते हैं हम भूल गए आपको,
पर कुछ अच्छे यारो को भुलाना हमे आता नही।
हमें कही लिख कर महफ़ूज़ कर लो
तुम्हारी याददास्त से निकलते जा रहे हैं हम
मेरे जाने का तू अब कोई ग़म न करना,
अपनी खूबसूरत आँखों को नम न करना,
मेरे अरमान तो मेरे दिल में ही जल गये,
मेरी यादों को दिल से कम न करना।
मगर इरादा अपनी जगह
बेबसी अपनी जगह
किस जगह रख दू तेरी याद के चिराग को
की रोशन भी रहू …
और हथेली भी ना जले
सांस को बहुत देर लगती है आने में
हर सांस से पहले तेरी याद आ जाती है
तुम दोस्त बनके ऐसे आए जिंदगी में,
कि हम ये जमाना ही भूल गये,
तुम्हें याद आए ना आए हमारी कभी,
पर हम तो तुम्हें भुलाना ही भूल गये।
तुझसे ज्यादा तेरी याद को है मुझसे हमदर्दी,
देखती है मुझे तन्हा तो चली आती है…!!!
मैं शिकायत करूँ तो क्यों करूँ ,ये तो किस्मत की बात है,
तेरी सोच में भी नहीं मैं,और तू मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ याद है!
तुजे भुलाने के हज़ार तरीक़े सोचते रहे रात भर ,
और इस तरह तेरी याद में एक रात और गुज़र गयी.
तेरी याद से शुरू होती है मेरी हर सुबह,
फिर ये कैसे कह दूँ..
कि मेरा दिन खराब है..!!
क्या खूब होता अगर यादें रेत होती…
मुठी से गिरा देते, पाँव से उड़ा देते…
ख़र्च जितना भी करूँ…. बढ़ती जाती है
teri यादों कि भी अजीब दौलत है !
तुम दोस्त बनके ऐसे आए जिंदगी में,
कि हम ये जमाना ही भूल गये,
तुम्हें याद आए ना आए हमारी कभी,
पर हम तो तुम्हें भुलाना ही भूल गये।
वो क्या जाने, यादों की कीमत,
जो ख़ुद यादों को मिटा दिया करते हैं,
यादो का मतलब तो उनसे पूछो जो,
यादों के सहारे जिया करते हैं।
वो जिसकी याद मे हमने खर्च दी जिन्दगी अपनी,
वो शख्श आज मुझको गैर कह के चला गया....
याद पर शायरी
2=
मोहब्बत हमारी भी, बहुत असर रखती है,
बहुत याद आयेंगे, जरा भूल के तो देखो...
3=
दुश्मनी जम कर करो मगर इतना याद रहे
जब भी फिर दोस्त बन जाये, शर्मिन्दा न हो..
4=
एक बात हमेशा याद रखना दोस्तों
ढूंढने पर वही मिलेंगे जो खो गए थे,
वो कभी नहीं मिलेंगे जो बदल गए है..
5=
तुम ने किया न याद कभी भूल कर हमें,
हम ने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया ..
6=
आज फिर याद आ रही है तुम्हारी,
खुद को संभालें या अश्कों को ❓
7=
मुझे मार ही ना डाले इन बादलों की साज़िश,
ये जब से बरस रहे हैं तुम याद आ रहे हो..
8=
खुद भी रोता है, मुझे भी रुला के जाता है,
ये बारिश का मौसम, उसकी याद दिला के जाता है..
9=
रिम झिम रिम झिम बरस रही है,
याद तुम्हारी कतरा कतरा..
10=
बाज़ार के रंगों से मुझे रंगने की ज़रूरत नही,
तेरी याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है..
10=
तेरी याद से ही शुरू होती है मेरी हर सुबह.
12=
तेरी याद ने मेरा बुरा हाल कर दिया,
तन्हा मेरा जीना मुहाल कर दिया.
सोचा जो अब तुम्हे याद न करुँ,
तो दिल ने धडकने से इन्कार कर दिया..
13=
जिसे याद करने से होंठों पर मुस्कुराहट आ जाए,
एक ऐसा खूबसूरत ख़याल हो तुम..
"Top 170 Yaad Status in Hindi for Whatsapp"
14=
मुझे अभी किसी ने याद किया क्या ❓
बहुत हिचकी आ रही है..
15=
वफ़ा का नाम लेने से हमें
एक बेवफा की याद आती है..
New Yaad Shayari Collection
16=
बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँ,
ख़त भी उसके पानी में बहा के आया हूँ,
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को,
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ..
17=
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी.
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी..
18=
रात गुजारी फिर महकती सुबह आई,
दिल धड़का फिर तुम्हारी याद आई.
आँखों ने महसूस किया उस हवा को,
जो तुम्हें छु कर हमारे पास आई..
19=
बेशक तू बदल ले अपनी मोहब्बत लेकिन, ये याद रखना,
तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता..
20=
जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने, याद आते हैं
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं..
21=
याद महबूब की और शिद्दत गर्मी की,
देखते हैं हमें कौन.. बीमार करता है..
22=
भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूब कर,
इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे खयालों जैसी..
23=
महफिल मैं कुछ तो सुनाना पडता है,
ग़म छुपाकर मुस्कुराना पडता है.
कभी उनके हम भी थे दोस्त,
आज कल उन्हे याद दिलाना पडता है..
24=
मेरे “शब्दों” को इतने ध्यान से ना पढ़ा करो दोस्तों,
कुछ याद रह गया तो मुझे भूल नहीं पाओगे..
New Yaad Shayari Collection
25=
इश्क के सहारे जिया नहीं करते,
गम के प्यालों को पिया नहीं करते.
कुछ नवाब दोस्त हैं हमारे,
जिनको परेशान न करो तो वो याद ही किया नहीं करते..
याद शायरी
26=
गमे-दुनिया ने हमें जब कभी नाशाद किया
ऐ गमे-दोस्त तुझे हमने बहुत याद किया..
खुमार बाराबंकवी
27=
आज आई बारिश तो याद आया वो जमाना,
वो तेरा छत पे रहना और मेरा सडको पे नहाना..
28=
कल उसकी याद पूरी रात आती रही,
हम जागे पूरी दुनिया सोती रही.
आसमान में बिजली पूरी रात होती रही,
बस एक बारिश थी जो मेरे साथ रोती रही..
29=
आज भीगी है पलके किसी की याद में,
आकाश भी सिमट गया हैं अपने आप में.
ओस की बूँद ऐसी गिरी है ज़मीन पर,
मानो चाँद भी रोया हो उनकी याद में..
30=
तेरी याद क्यूँ आती है ये मालुम नहीं,
लेकिन जब भी आती है अच्छा लगता है..
31=
आँख खुलते ही याद आ जाता हैं तेरा चेहरा,
दिन की ये पहली खुशी भी कमाल होती है..
32=
बड़ी दिलचस्प है..तेरी यादो का सिलसिला,
कभी एक पल कभी पल-पल कभी हर पल..
Shayari on Yaad, Missing You Shayari
33=
सब के होते हुये भी तन्हाई मिलती है,
यादो में भी गम की परछाई मिलती है..
याद पर शायरी
34=
आपकी नशीली यादों में डूबकर,
हमने इश्क की गहराई को समझा,
आप तो दे रहे थे धोखा और,
हमने जानकर भी कभी आपको बेवफा न समझा..
35=
सामने ना हो तो तरसती हैं आँखें,
याद में तेरी बरसती हैं आँखें.
मेरे लिए ना सही, इनके लिए ही आ जाया करो,
तुमसे बेपनाह मोहब्बत करती हैं ये आँखें..
2 Line yaad Shayari
36=
किसी ने पूछा कौन याद आता है, अक्सर तन्हाई में,
हमने कहा कुछ पुराने रास्ते, खुलती ज़ुल्फे और बस दो आँखें..
37=
वाह मौसम आज तेरी अदा पर दिल खुश हो गया,
याद मुझे आई और बरस तू गया ..
38=
वो जिस दिन करेगा याद मेरी मोहब्बत को,
रोयेगा बहुत खुद को बेवफा कह कर..
39=
मुझको क्या हक, मैं किसी को मतलबी कहूँ,
मै खुद ही ख़ुदा को, मुसीबत में याद करता हूँ..
40=
रात हुई जब शाम के बाद,
आई तेरी याद हर बात के बाद.
खामोश रहकर हमने भी देखा,
आवाज़ आई तेरी हर, सांस के बाद..
41=
कुछ दिन तो तेरी यादें वापस ले ले,
मैं कई दिनों से सोया नहीं..
42=
सर्द हवाएँ क्या चली फिज़ाओं में,
हर तरफ तेरी यादों की धुँध बिखर गई..
43=
हवा की मौजो मे आज फिर गजब की नजाकत है,
जरुर आज उसने मुझे दिल से याद किया होगा..
44=
तू याद रख,या ना रख,
तू याद है,ये याद रख..
45=
कहाँ जा रहे हो तुम बिछड़ कर हमसे,
कौन सी जगह है जहां यादों से बच पाओगे..
46=
कर कुछ मेरा भी इलाज
ऐ हकीम-ए-मोहब्बत.
जिस दिन याद आती है उसकी
सोया नहीँ जाता..
47=
कौन कहता है उसकी याद से बे-खबर हूँ मैं,
मेरी आंखो से पूछ ले मेरी रात कैसे गुजरती है..
48=
तुम्हारी याद जैसे किसी ग़रीब की गरीबी,,
कमबख्त बढ़ती ही चली जा रही है..
49=
दर्द में हम गाते है, लोगो को अपने नगमे हम सुनाते है
हम लिखते है तुम्हारी याद में और लोग हमे शायर कह जाते है..
50=
आज फिर मुमकिन नही कि, मैं सो जाऊँ;
यादें फिर बहुत आ रही हैं, नींदें उड़ाने वाली..
51=
कभी तुम्हरी याद आती है तो कभी तुम्हारे ख्व़ाब आते है…
मुझे सताने के सलीके तो तुम्हें बेहिसाब आते है..
52=
रख लो दिल में संभाल कर थोड़ी सी यादें हमारी,
रह जाओगे जब तन्हा बहुत काम आयेंगे हम..
53=
फ़िक्र ये थी कि शब-ए-हिज्र कटेगी कैसे,
लुत्फ़ ये है कि हमें याद न आया कोई..
54=
भूलना चाहो तो भी याद हमारी आएगी,
दिल की गहराई मे हमारी तस्वीर बस जाएगी.
ढूढ़ने चले हो हमसे बेहतर दोस्त,
तलाश हमसे शुरू होकर हम पे ही ख़त्म हो जाएगी..
Top 170 Yaad Status in Hindi for Whatsapp
55=
हम अपने पर गुरुर नहीं करते,
याद करने के लिए किसी को मजबूर नहीं करते.
मगर जब एक बार किसी को दोस्त बना ले,
तो उससे अपने दिल से दूर नहीं करते..
56=
दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करू,
आप भूल भी जाओ तो मे हर पल याद करू,
खुदा ने बस इतना सिखाया हे मुझे
कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करू..
57=
तन्हाई की सरहदे और भीगी पलके,
हम लुट जाते है रोज तुम्हे याद करके..
58=
बरसात की भीगी रातों में फिर कोई सुहानी याद आई,
कुछ अपना ज़माना याद आया कुछ उनकी जवानी याद आई..
59=
जब जब आता है यह बरसात का मौसम,
तेरी याद होती है साथ हरदम.
इस मौसम में नहीं करेंगे याद तुझे यह सोचा है हमने,
पर फिर सोचा की बारिश को कैसे रोक पाएंगे हम..
60=
वाह मौसम आज तेरी अदा पर दिल खुश हो गया,
याद मुझको वो आई और बरस तू गया..
61=
कहीं फिसल न जाऊं तेरे खायलो में चलते चलते.
अपनी यादों को रोको.
मेरे शहर में बारिश हो रही है..
62=
मैं ताउम्र हिचकियों में गुज़ार सकता हूँ,
जानम बशर्ते तुम याद किया करो..
63=
तेरी यादें हर रोज़ आ जाती है मेरे पास.
लगता है तुमने बेवफ़ाई नही सिखाई इनको..
64=
सब के होते हुये भी तन्हाई मिलती है,
यादो में भी गम की परछाई मिलती है,
जितनी भी दुआं करते है किसी को पाने की,
उतनी ही उनसे बेवफाई मिलती है..
65=
पाने से खोने का मज़ा और है,
बंद आँखों से देखने का मज़ा और है,
आंसू बने लफ्ज़ और लफ्ज़ बने गजल,
यादों के साथ जीने का मज़ा कुछ और है..
66=
याद रखते हैं हम आज भी उन्हें पहले की तरह,
कौन कहता है फासले मोहब्बत की याद मिटा देते हैं..
याद शायरी
67=
चली आती है तेरी याद रातो में अक्सर,
तुझे हो ना हो तेरी यादो को
जरूर मोहब्बत है मुझसे..
68=
याद रखते हैं हम आज भी उन्हें पहले की तरह,
कौन कहता है फासले मोहब्बत की याद मिटा देते हैं..
याद पर शायरी
69=
मुझको क्या हक, मैं किसी को मतलबी कहूँ,
मै खुद ही ख़ुदा को, मुसीबत में याद करता हूँ..
70=
माना कि तुम गुफ़्तगू के फन में माहिर हो,
वफ़ा के लफ्ज़ पे अटको तो हमें याद कर लेना..
71=
मरना होता तो कबके मर गए होते,
तेरी यादों में हर रोज़ मरने का मज़ा ही कुछ अलग है ..
72=
कौन चाहता है रिहा होना तेरी यादों से,
ये तो वो क़ैद है जो जान से ज़्यादा अजीज़ है..
73=
काश तुम भी हो जाओ, तुम्हारी यादो की तरह,
न वक़्त देखो न बहाना, बस चली आओ..
74=
वो बोली क्या अब भी हमारी याद आती है,
हमने भी हंसकर बोला अपनी बर्बादी को कौन भूल सकता है..
75=
जिनका मिलना नहीं होता किस्मत में,
उनकी यादें कसम से कमाल की होती हैं..
76=
मुझे मालूम है ऐसा कभी मुमकिन ही नहीं,
फ़िर भी हसरत रहती है कि तुम याद करोगे..
77=
उसे फुरसत नहीं मिलती ज़रा सा याद करने की
उसे कह दो हम उसकी याद में फुरसत से बैठे हैं..
78=
कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त,
वरना तुझ को याद करने की खता हम बार-बार न करते..
79=
तेरी यादो को पसन्द आ गई है मेरी आँखों की नमी,
हँसना भी चाहूँ तो रूला देती है तेरी कमी..
80=
पहलू में रह के दिल ने दिया बड़ा फरेब
रखा है उसको याद, भुलाने के बाद भी..
81=
याद करने की हमने हद कर दी मगर
भूल जाने में तुम भी कमाल रखते हो..
ये रात ये तनहाई और ये तेरी याद
मैं इश्क न करता तो कब का सो गया होता..
83=
होती है बड़ी ज़ालिम एक तरफ़ा मोहब्बत
वो याद तो आते हैं मगर याद नहीं करते..
84=
यादें बनकर जो रहते हो साथ मेरे,
तेरे इतने अहसान का सौ बार शुक्रिया..
85=
इक तिरी याद का आलम कि बदलता ही नहीं
वरना वक़्त आने पे हर चीज़ बदल जाती है..
86=
जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ ..
87=
ना जाने लोग, खुद चले जाने के बाद;
अपनी यादों को, क्यूँ छोड़ जाते है..
88=
मजबूर नही करेंगे तुझे वादे निभानें के लिए,
बस एक बार आ जा, अपनी यादें वापस ले जाने के लिए..
89=
याद करने के सिवा तुझे कर भी क्या सकते हैं
भूल जाने में तुझे नाकाम हो जाने के बाद..
याद पर शायरी
90=
हज़ारों काम है मुझे मसरूफ रखते हैं
मगर वो शख्स ऐसा है के फिर भी याद आता है..
91=
मंजर भी बेनूर थे और फिजायें भी बेरंग थी,
बस तुम याद आए और मौसम सुहाना हो गया..
92=
होठों पे हंसी रुख पे हया याद रहेगी
ऐ हुस्न तेरी शोख अदा याद रहेगी..
93=
कुछ मीठी सी ठंडक है आज इन हवाओं में,
शायद तेरी यादों से भरा दराज़ खुला रह गया है..
94=
बड़ा मिठा नशा है तेरी याद का,
वक़्त गुजरता गया और हम आदी होते गए..
95=
कितने नादाँ ह ये मेरी आँख के आँसु,
जब भी तेरी याद आती है इनका भी घर में मन नही लगता..
96=
ज़माने के सवालों को मैं हस के टाल दूँ फराज़
लेकिन नमी आंखों की कहती है, मुझे तुम याद आते हो..
97=
न तेरी याद, न तसव्वुर, न तेरा ख़याल
लेकिन खुदा क़सम, तुझे भूले नहीं है हम..
98=
मुझे भी सिखा दो भूल जाने का हुनर..
मैं थक गया हूँ हर लम्हा हर सांस तुम्हें याद करते करते..
99=
सारी सारी रात सितारों से उसका ज़िक्र होता है
और उसको ये गिला है के हम याद नहीं करते..
100=
महसूस कर रहें हैं तेरी लापरवाहियाँ कुछ दिनों से,
याद रखना अगर हम बदल गये तो,
मनाना तेरे बस की बात ना होगी..
101=
ताउम्र बस एक ही सबक याद रखिये,
दोस्ती और इबादत में नीयत साफ़ रखिये..
102=
हम समझते थे के अब यादो की किश्ते चुक चुकीं
रात तेरी याद ने फिर से तकाजा कर दिया..
103=
बड़ी गुस्ताख है तेरी यादें इन्हें तमीज सिखा दो
दस्तक भी नहीं देती और दिल में उतर आती हैं..
खुदा भी आखिर पूछेगा मुजसे..
मुझे पांच वक़्त और उसे हर वक़्त क्यों याद करता था ?
105=
तुम से मुमकिन हो तो फिर रोक दो साँसें मेरी,
दिल जो धड़केगा, तो फिर याद तो तुम आओगे..
106=
बेशर्म हो गयी हैं ये ख्वाहिशें मेरी,
मैं अब बिना किसी बहाने के तुम्हे याद करने लगा हूँ ..
107=
जहाँ भूली हुई यादें दामन थाम लें दिल का,
वहां से अजनबी बन कर गुज़र जाना ही अच्छा है..
108=
मै रात भर सोचता मगर फैंसला न कर सका,
तू याद आ रही है या मैं याद कर रहा हूँ..
109=
मेरे अहसानों का कर्ज़ तुम यूँ चुका देना,
कभी याद करके अकेले में मुस्कुरा देना..
110=
कर रहा था गम-ए-जहां का हिसाब
आज तुम याद बेहिसाब आये..
Top 170 Yaad Status in Hindi for Whatsapp
111=
चलता था कभी, हाथ मेरा थाम के जिस पर,
करता है बहुत याद, वो रास्ता उसे कहना..
उसे मैं याद आता तो हूँ फुरसत के लम्हों मे फराज़
मगर ये हकीकत है, के उसे फुरसत नहीं मिलती..
तुम से बिछड कर भी तुम्हे भूलना आसान न था
तुम्ही को याद किया, तुमको भूलने के लिए..
यादों की मेज़ पर कोई तस्वीर छोड़ दो
कब से मेरे ज़हन का कमरा उदास है..
New Yaad Shayari Collection
115=
तुम मेरे पास थे हो और रहोगी,
ख़ुदा का शुक्र है यादों की कोई उम्र नहीं होती..
खर्च जितना भी करुं बढ़ती जाती है
ये यादे तेरी अजीब दौलत है..
आया ही था ख्याल के आँखें छलक पड़ी
आंसू तुम्हारी याद के कितने करीब थे..
याद आते हैं तो कुछ भी नहीं करने देते
अच्छे लोगों की यही बात बहुत बुरी लगती है..
निकाल दे दिल से ख्याल उसका,
यादें किसी की तकदीर बदला नहीं करती..
120=
होश में थे तो हुए हवाले, तेरी हसीन यादों के..
इन दिनों चूर हूँ नशे में, तेरे उन झूठे वादों के..
121=
न चाहकर भी मेरे लब पर ये फ़रियाद आ जाती है,
ऐ चाँद सामने न आ किसी की याद आ जाती है..
122=
नाराज़गी भी मोहब्बत की बुनियाद होती है,
मुलाक़ात से भी प्यारी किसी की याद होती है..
123=
जब चाहूँ तुम्हे मिल नहीं सकता,
लेकिन जब चाहूँ तुम्हे याद कर सकता हूँ..
124=
तेरी यादों के सिरहाने सिर रख के
आज फ़िर सोने चले है शब्बा ख़ैर..
बेहतरीन 170 यादो पर शायरी - Top 170 Yaad Status in Hindi for Whatsapp
125=
सर्द मौसम में बहुत याद आते हैं,
धुँध में लिपटे हुए वादे तेरे..
126=
फ़िक्र ये थी कि शब-ए-हिज्र कटेगी कैसे,
लुत्फ़ ये है कि हमें याद न आया कोई..
127=
कब तक याद करूँ मैं उसको कब तक अश्क़ बहाऊँ,
यारो अब तो रब से दुआ करो मैं उसको भूल ही जाऊँ..
2 Line yaad Shayari
128=
खुलते ही आंख याद आ जाता हैं,
चेहरा आप का.
ये दिन की पहली ख़ुशी तो कमाल की होती है..
129=
दिल की हर यादो में, मै सवारूँ तुझे,
तू दिखे तो इन आँखो में उतारू तुझे,
तेरे नाम को जुबा पर ऐसे सजाऊ❓
सो जाऊ तो ख्वाबो मे बस पुकारू तुझे..
130=
सोचता हूँ की, कभी भी अब तुझें याद नहीं करूँगा,
फिर सोचता हूँ ये फ़र्क़ तो रहने दो हम दोनों में..
131=
तेरी यादो से शुरू होती हैं मेरी सुबह,
फिर कैसे कह दू, की मेरा दिन ख़राब हैं..
132=
अब कुछ और नही उगता, तेरी यादों के सिवा,
अब मेरे दिल की ज़मीन पर, बस तेरी ज़मींदारी है..
133=
पहले तुम अब यादें तुम्हारी,
आखिर दुश्मनी क्या है मुझसे तुम्हारी..
134=
स्टाईल की बात ना कर पगले,
आज भी जिस गली से निकल जाऊ तो,
वहा के लडके मुझे देख कर गाना गाते हैं..
तुम आये तो आया मुझे याद गयी में आज चाँद निकला..
135=
मिलने का दौर और बढ़ाइए मोहब्बत में ,
अब यादों से गुज़ारा नहीं होता..
136=
ये रात, उसकी यादे और नींद का बोझ,
अगर हम मोहब्बत ना करते तो कब के सो गये होते..
137=
नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से ,
मैंने आने न दिया उसको कभी तेरी याद से पहले..
2 Line yaad Shayari
138=
वफ़ा का नाम लेने से हमें
एक बेवफा की याद आती है..
139=
तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है,
कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए..
140=
बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँ,
ख़त भी उसके पानी में बहा के आया हूँ..
141=
आपकी नशीली यादों में डूबकर,
हमने इश्क की गहराई को समझा,
आप तो दे रहे थे धोखा और,
हमने जानकर भी कभी आपको बेवफा न समझा..
142=
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी..
143=
इश्क मुहब्बत क्या है❓ मुझे नही मालूम ❓
बस तुम्हारी याद आती है, सीधी सी बात है..
सुना है बहुत बारिश है तुम्हारे शहर में,
ज़्यादा भीगना मत.
अगर धुल गयी सारी ग़लतफ़हमियाँ,
तो बहुत याद आएँगे हम..
145=
बारिश और मोहब्बत" दोनो ही य़ादगार होते है.
फर्क सिर्फ़ इतना होता है.
बारिश से ज़िस्मं भीगता है, और मोहब्बत से आँखे..
146=
कोई पुछ रहा है मुझसे मेरी जीन्दगी की कीमंत,
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना..
147=
कुछ और भी तुम को आता है क्या❓
जब देखो याद आते हो..
148=
काश दिल की आवाज़ मै इतना असर हो जाये..
हम याद करें,और उनको खबर हो जाये..
149=
इस बरसात में हम भीग जायेंगे,
दिल में तमन्ना के फूल खिल जायेंगे,
अगर दिल करे मिलने को तो
याद करना बरसात बनकर बरस जायेंगे..
150=
पता नही ऐसा क्या है इस बारिश,
मे जितनी ज़्यादा बरस रही है,
उतना ही तुम याद आ रहे हो..
151=
बादलों से कह दो, जरा सोच समझ के बरसे,
अगर हमें उसकी याद आ गई,
तो मुकाबला बराबरी का होगा..
152=
आज फिर तेरी याद आई बारिश को देख कर
दिल पे ज़ोर न रहा अपनी बेबसी को देख कर
रोये इस क़दर तेरी याद में
के बारिश भी थम गयी मेरी बारिश देख कर..
याद शायरी
153=
तब्दीली जब भी आती है मौसम की अदाओं में,
किसी का यूँ बदल जाना, बहुत याद आता है..
154=
मुझे भी सिखा दो, भूल जाने का फितरत,
मैं थक गयी हूँ, तुझे याद करते करते..
155=
काश उनको कभी फुर्सत में ये ख्याल आए,
कि कोई याद करता है, उन्हें जिन्दगी समझ कर..
156=
दिन भर तड़पती रही तेरी यादों के साथ ,
किसी ने पूछा तो कहा तबीयत ठीक नहीं..
157=
मिला तो बहुत कुछ है इस जिंदगी से,
मगर याद बहुत आते है वो जिनको हासिल ना कर सके..
158=
हजूम ए दोस्तों से जब कभी फुर्सत मिले
अगर समझो मुनासिब तो हमें भी याद कर लेना
अहमद फ़राज़
दोस्ती अपनी भी असर रखती है “‘फ़राज़”
बहुत याद आएँगे ज़रा भूल कर तो देखो..
वो ज़माना भी तुम्हें याद है तुम कहते थे
दोस्त दुनिया में नहीं “दाग” से बेहतर अपना..
दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहता है,
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहता है,
कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो गुजारो,
वो अफ़साना मौत तक याद रहता है..
तेरी यादें भी मेरे बचपन के खिलौने जैसी हैं,
तन्हा होता हूँ तो इन्हें लेकर बैठ जाता हूँ..
उसकी धड़कन में मेरी याद अभी बाकी है,
ये हकीकत मेरे जीने के लिए काफी है..
मोहब्बत की महफ़िल में आज मेरा ज़िक्र है,
अभी तक याद हूँ उसको खुदा का शुक्र है..
महफिल मैं कुछ तो सुनाना पडता है,
ग़म छुपाकर मुस्कुराना पडता है,
कभी उनके हम भी थे दोस्त,
आज कल उन्हे याद दिलाना पडता है..
ऐ दोस्त जब भी तू उदास होगा,
मेरा ख्याल तेरे आस-पास होगा,
दिल की गहराईयों से जब भी करोगे याद हमें,
तुम्हें.. हमारे करीब होने का एहसास होगा..
ना चाहकर भी मेरे लब पर ये फ़रियाद आ जाती है,
ऐ चाँद सामने न आ किसी की याद आ जाती है..
बरसों हुए न तुम ने किया भूल कर भी याद,
वादे की तरह हम भी फ़रामोश हो गए..
जरूरी तो नही है कि तुझे आँखों से ही देखूँ,
तेरी याद का आना भी तेरे दीदार से कम नही..
वफ़ा का नाम मत लो यारों.
याद आती हैं वो बेवफा तो दिल दुखता है..
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