2021 New Yaad Shayari Collection 100+ best ever
किया है प्यार हमने जिंदगी की तरह
मिला वो हमसे फिर भी अजनबी की तरह
भरोसा कर तेरी उम्मीद नहीं तोडूंगा,
उम्मीद बन कर तेरे सपनों में रहूंगा,
मैंने दिया है तुझे अपना जीवन सारा,
वादा रहा तुझे कभी नहीं छोडूंगा।
तेरे होने का भरोसा है मुझे,
तेरे चाहने पर है यकीं,
मेरी चाहत, मेरी मोहब्बत है तू,
तेरे तसव्वुर का इंतजार है मुझे।
विश्वास करना जुनून नहीं,
यह प्यार का विस्तार है,
उम्मीद करना बेवजह नहीं,
यही प्यार का अधिकार है।
हर रिश्ते में होता है विश्वास,
साथ रहने से बढ़ती है मिठास,
अगर तुम्हे आया जिंदगी जीना,
रहोगे हमेशा अपनों के पास।
विश्वास की नाव, जीवन के सागर में हिलोरे खाती है।
उम्र के किनारों पर, साथ की उम्मीद तलाशती है।
अपनों का साथ विश्वास है,
टूटे दिल की आस विश्वास है,
बेरुखी से बढ़ती हैं दूरियां,
जो दिल को जोड़े वही रिश्ता खास है।
किसी पर विश्वास करना गलत नहीं होता,
ये वो यकीन है जो कभी कम नहीं होता।
तेरा मुझ पर भरोसा बना रहे,
जीवन का यह कोना सजा रहे,
तेरी आंखों में रहे मेरे सपने,
मेरे मन में तेरा प्यार बसा रहे।
अपनी दिल की सुन, कर उसपर भरोसा,
दिल से ज्यादा वफादार और कोई नहीं।
परिवर्तन की ताकत है विश्वास,
मंजिल की चाह है विश्वास,
विश्वास है उमंग नए सवेरे की,
उम्मीद का हौसला है विश्वास।
अपने पर विश्वास रखना,
रिश्तों को सींचता है,
खुद पर भरोसा रखना,
रिश्तों को नींव देता है।
हर मुसीबत में जो तेरे साथ है,
तूने उसे पहचाना नहीं वो तेरा विश्वास है।
सच का मोल है विश्वास,
दुर्लभ और अमूल्य खजाना है विश्वास,
जीत कर भरोसे से किसी का दिल,
तोड़ा नहीं जाता वो नाता है विश्वास।
रिश्तों में भरोसा होना जरूरी है,
अपनों में प्रेम जरूरी है,
दूर हो जाने से अलग नहीं होते रास्ते,
गलतफहमी मिटाने के लिए बात होना जरूरी है।
रिश्ते हम ना बनाते,
खाली रातों में हम सपने न सजाते,
यकीन है हमें तुम्हारी वफाओं पर,
विश्वास न होता तो तुमसे दिल न लगाते।
जो ना समझे विश्वास,
वो क्या जानेगा एहसास,
अगर रखना हो नाता दिल का,
तो रहना पड़ता है आस पास।
कोई बात हो दिल में तो न छुपाना,
भरोसा रखना, सब खुलकर बताना,
हम निभाएंगे रिश्ता इस कदर,
के हम याद आएंगे जिंदगी भर।
दूसरों पर हो विश्वास, तो गम मिलता है,
खुद पर हो यकीन, तो भगवान मिलता है,
आजमाना जमाने की फितरत है मगर,
दिल में हौसला हो, तो भगवान मिलता है।
खुद पर विश्वास करना सीख जाओगे,
अपनों को समझना सीख जाओगे,
अगर जिंदगी जीना सीखा तुमने तो,
मोल रिश्तों का चुकाना सीख जाओगे।
भरोसा होने से सब मिलता है,
ढूंढने से तो रब भी मिलता है,
राहों में तो आती ही हैं मुसीबत,
यकीन रखने से हर रास्ता मिलता है।
मंजिल न मिली तो क्या, हौसला तो है,
साथ नहीं कारवां तो क्या, साया तो है,
फिर मंजिल की तरफ उठेंगे कदम,
कोई साथ नही तो क्या, खुद पर भरोसा तो है।
विश्वास रहे, तू साथ रहे,
जीवन तक तेरी आस रहे,
रहे तू मेरा साया बन कर,
खास रहे तू, बस पास रहे।
आह बनकर वो दिल में समा गया,
चाह बनकर वो मन में समा गया,
मैंने अपना माना उसे वो हुआ मेरा,
राह बनकर वो मेरा भरोसा बन गया।
बिना दिल के प्यार नहीं मिलता,
बिना सच्चाई के विश्वास नहीं मिलता,
कुछ तो होगा हममें भी खास,
वरना आपका हमें यूं साथ न मिलता।
अपनों का विश्वास तोड़ने के बजाय,
उनके द्वारा विश्वास तोड़े जाना अधिक दुर्भाग्यपूर्ण होता है।
दुनिया में किसी पर विश्वास करना हमेशा डराता है,
लेकिन विश्वास जीत लेने से बड़ी खुशी भी कोई नहीं होती है।
टूटकर नहीं जुड़ता विश्वास,
हाथों से छुट ही जाते हैं हाथ,
आंखों में मोहब्बत का ख्वाब लिए,
कैसे गुजरेगी जिंदगी होकर उदास।
विश्वास टूट कर जुड़ सके,
क्या ऐसा कोई विकल्प है! शायद नहीं,
इसलिए मनुष्य ने भूलना सिखा है।
दिल टूट कर जुड़े हजार बार,
भरोसा टूटे फिर न जुड़े बार बार,
ईमानदारी से भी निभते हैं रिश्ते,
फिर न हो गलती, यही करो अंतिम विचार।
विश्वास के सहारे उम्र गुजर जाती है,
उम्मीदें हो तन्हा, तो वजह मिल जाती है,
किसी को साथ देकर बेसहारा कर देना,
जिंदगी भर की तकलीफ बन जाती है।
जब भरोसा टूटे, तो मन में नाउम्मीदी की गांठ न रखना,
समय उम्मीद का बीज है, यकीन का पानी मिलेगा तो फिर उग आएगा।
मोहब्बत करने वालों के दिल टूटते हैं,
हाथों से हाथ छुटते हैं,
जिन्हें अपनी वफा पर होता है भरोसा,
अक्सर उनके ही प्रेमी रूठते हैं।
जीत कर विश्वास हमने,
तुमको दिल में जगह दी थी,
तुमसे थी बस वफा की उम्मीद,
यही तो हमने खता की थी।
उनका नाम आते ही आंखें भर आई,
मोहब्बत की वो आखिरी शाम याद हो आई,
भरोसा तोड़ कर जाने वाले मतलबी दोस्त,
तेरे जाने के बाद तेरी याद बहुत है आई।
सच घमंड और कुतर्कों के पीछे छिपा है विश्वास तुम्हारा,
क्या इसके दम तोड़ देने पर इसे दफना भी आओगे।
विश्वास टूटने से दुखी हो तुम,
क्या तुमने इसपर विचार किया था,
तुमने भी तो यही किया था रिश्तों में,
क्या तुमने खुद पर भरोसा किया था।
खुद पर यकीन करना,
भरोसा हो, तो हदों को पार करना,
हासिल होना न होना ये और बात है,
दिल जिसे चाहे उससे इजहार जरूर करना।
लोगों पर विश्वास करना भी एक लग्जरी है,
क्योंकि गरीबों पर कोई विश्वास नहीं करता।
अधिक चाहो जब दुख मिलता है,
गरीबों को कहां हर सुख मिलता है,
लोगों ने नजरों से गिरा दिया हमें,
वरना कहने से कहां भरोसा मिलता है।
चाहत वो हमारी समझ न पाए,
आंखों में छिपी बातें पढ़ न पाए,
मालूम है उन्हें वो जान हैं हमारी,
पर हम पर वो भरोसा जता न पाए।
प्यार में मिला दर्द सहन कर लूंगा,
टूटे भरोसे का ये जख्म मैं सी लूंगा,
तुमसे मिला जो वहम मोहब्बत का,
ताउम्र उसे निशानी बना कर पहन लूंगा।
विश्वास कमाया जाता है,
रिश्ता निभाया जाता है,
तुमने राह में छोड़ कर बता दिया मुझे,
प्यार सिर्फ अपनों से किया जाता है।
दिल तोड़ना हमसे न होगा,
प्यार में धोखा हमसे न होगा,
भरोसा करना तुम मेरी मोहब्बत का,
तुम्हें चाह कर भूलना हमसे न होगा।
एक बार भरोसा टूटे, तो फिर मौका न देना,
संभले न बिगड़ी बात, तो फिर खोने न देना,
गले पड़ जाएं लाख मुश्किलें अगर,
खुद पर से विश्वास फिर उठने न देना।
माफी से भरोसा नहीं जुड़ता,
रो लेने से मन नहीं संभलता,
पूरी हो जाती अगर मांग कर हर इच्छा,
तो ईश्वर से विश्वास नहीं उठता।
खुद से शायद यकीन न करती,
तूने भरोसा तोड़ कर मजबूर कर दिया,
हो जाती मुझसे बड़ी खता फिर,
तूने दूर जाकर मुझे खुद से मिला दिया।
विश्वास किया था कभी हमने,
दिल दिया था कभी हमने,
तोड़ा जब भरोसा तुमने हमारा,
जीवन ही नकार दिया था हमने।
विश्वास है तुम पर खुद से ज्यादा,
पर तुमको खोने से डरते हैं,
छीन लेगा तुमको मुझसे ये जमाना,
इस बात को सोचकर रोज मरते हैं।
शब्दों पर विश्वास करना,
नीयत पर शक करना,
जब दिल टूटे प्यार में तब,
हर आशिक पर वहम रखना।
पिघली बर्फ जैसा भरोसा तेरा,
जमा कर तूने जिसे सच्चा बताया,
गर्म रिश्ते की आंच पड़ी जब उसपर,
झूठ को तूने फिर सच कह कर जताया।
टूटकर जुड़ गया हूं मैं,
तुझसे बिछड़ कर मशहूर हो गया हूं मैं,
तूने भरोसा तोड़ कर गिरा दिया था मुझे,
तेरे जाने के बाद फिर संभल गया हूं मैं।
मोहब्बत हमारी भी, बहुत असर रखती है,
बहुत याद आयेंगे, जरा भूल के तो देखो...
3=
दुश्मनी जम कर करो मगर इतना याद रहे
जब भी फिर दोस्त बन जाये, शर्मिन्दा न हो..
4=
एक बात हमेशा याद रखना दोस्तों
ढूंढने पर वही मिलेंगे जो खो गए थे,
वो कभी नहीं मिलेंगे जो बदल गए है..
5=
तुम ने किया न याद कभी भूल कर हमें,
हम ने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया ..
6=
आज फिर याद आ रही है तुम्हारी,
खुद को संभालें या अश्कों को ❓
7=
मुझे मार ही ना डाले इन बादलों की साज़िश,
ये जब से बरस रहे हैं तुम याद आ रहे हो..
8=
खुद भी रोता है, मुझे भी रुला के जाता है,
ये बारिश का मौसम, उसकी याद दिला के जाता है..
9=
रिम झिम रिम झिम बरस रही है,
याद तुम्हारी कतरा कतरा..
10=
बाज़ार के रंगों से मुझे रंगने की ज़रूरत नही,
तेरी याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है..
तेरी याद से ही शुरू होती है मेरी हर सुबह.
12=
तेरी याद ने मेरा बुरा हाल कर दिया,
तन्हा मेरा जीना मुहाल कर दिया.
सोचा जो अब तुम्हे याद न करुँ,
तो दिल ने धडकने से इन्कार कर दिया..
13=
जिसे याद करने से होंठों पर मुस्कुराहट आ जाए,
एक ऐसा खूबसूरत ख़याल हो तुम..
14=
मुझे अभी किसी ने याद किया क्या ❓
बहुत हिचकी आ रही है..
15=
वफ़ा का नाम लेने से हमें
एक बेवफा की याद आती है..
16=
बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँ,
ख़त भी उसके पानी में बहा के आया हूँ,
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को,
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ..
17=
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी.
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी..
18=
रात गुजारी फिर महकती सुबह आई,
दिल धड़का फिर तुम्हारी याद आई.
आँखों ने महसूस किया उस हवा को,
जो तुम्हें छु कर हमारे पास आई..
19=
बेशक तू बदल ले अपनी मोहब्बत लेकिन, ये याद रखना,
तेरे हर झूठ को सच मेरे सिवा कोई नही समझ सकता..
20=
जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने, याद आते हैं
तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं..
21=
याद महबूब की और शिद्दत गर्मी की,
देखते हैं हमें कौन.. बीमार करता है..
22=
भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूब कर,
इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे खयालों जैसी..
23=
महफिल मैं कुछ तो सुनाना पडता है,
ग़म छुपाकर मुस्कुराना पडता है.
कभी उनके हम भी थे दोस्त,
आज कल उन्हे याद दिलाना पडता है..
24=
मेरे “शब्दों” को इतने ध्यान से ना पढ़ा करो दोस्तों,
कुछ याद रह गया तो मुझे भूल नहीं पाओगे..
New Yaad Shayari Collection
25=
इश्क के सहारे जिया नहीं करते,
गम के प्यालों को पिया नहीं करते.
कुछ नवाब दोस्त हैं हमारे,
जिनको परेशान न करो तो वो याद ही किया नहीं करते..
याद शायरी
26=
गमे-दुनिया ने हमें जब कभी नाशाद किया
ऐ गमे-दोस्त तुझे हमने बहुत याद किया..
खुमार बाराबंकवी
27=
आज आई बारिश तो याद आया वो जमाना,
वो तेरा छत पे रहना और मेरा सडको पे नहाना..
28=
कल उसकी याद पूरी रात आती रही,
हम जागे पूरी दुनिया सोती रही.
आसमान में बिजली पूरी रात होती रही,
बस एक बारिश थी जो मेरे साथ रोती रही..
29=
आज भीगी है पलके किसी की याद में,
आकाश भी सिमट गया हैं अपने आप में.
ओस की बूँद ऐसी गिरी है ज़मीन पर,
मानो चाँद भी रोया हो उनकी याद में..
30=
तेरी याद क्यूँ आती है ये मालुम नहीं,
लेकिन जब भी आती है अच्छा लगता है..
31=
आँख खुलते ही याद आ जाता हैं तेरा चेहरा,
दिन की ये पहली खुशी भी कमाल होती है..
32=
बड़ी दिलचस्प है..तेरी यादो का सिलसिला,
कभी एक पल कभी पल-पल कभी हर पल..
Shayari on Yaad, Missing You Shayari
33=
सब के होते हुये भी तन्हाई मिलती है,
यादो में भी गम की परछाई मिलती है..
याद पर शायरी
34=
आपकी नशीली यादों में डूबकर,
हमने इश्क की गहराई को समझा,
आप तो दे रहे थे धोखा और,
हमने जानकर भी कभी आपको बेवफा न समझा..
35=
सामने ना हो तो तरसती हैं आँखें,
याद में तेरी बरसती हैं आँखें.
मेरे लिए ना सही, इनके लिए ही आ जाया करो,
तुमसे बेपनाह मोहब्बत करती हैं ये आँखें..
36=
किसी ने पूछा कौन याद आता है, अक्सर तन्हाई में,
हमने कहा कुछ पुराने रास्ते, खुलती ज़ुल्फे और बस दो आँखें..
37=
वाह मौसम आज तेरी अदा पर दिल खुश हो गया,
याद मुझे आई और बरस तू गया ..
38=
वो जिस दिन करेगा याद मेरी मोहब्बत को,
रोयेगा बहुत खुद को बेवफा कह कर..
39=
मुझको क्या हक, मैं किसी को मतलबी कहूँ,
मै खुद ही ख़ुदा को, मुसीबत में याद करता हूँ..
40=
रात हुई जब शाम के बाद,
आई तेरी याद हर बात के बाद.
खामोश रहकर हमने भी देखा,
आवाज़ आई तेरी हर, सांस के बाद..
41=
कुछ दिन तो तेरी यादें वापस ले ले,
मैं कई दिनों से सोया नहीं..
42=
सर्द हवाएँ क्या चली फिज़ाओं में,
हर तरफ तेरी यादों की धुँध बिखर गई..
43=
हवा की मौजो मे आज फिर गजब की नजाकत है,
जरुर आज उसने मुझे दिल से याद किया होगा..
44=
तू याद रख,या ना रख,
तू याद है,ये याद रख..
45=
कहाँ जा रहे हो तुम बिछड़ कर हमसे,
कौन सी जगह है जहां यादों से बच पाओगे..
46=
कर कुछ मेरा भी इलाज
ऐ हकीम-ए-मोहब्बत.
जिस दिन याद आती है उसकी
सोया नहीँ जाता..
47=
कौन कहता है उसकी याद से बे-खबर हूँ मैं,
मेरी आंखो से पूछ ले मेरी रात कैसे गुजरती है..
48=
तुम्हारी याद जैसे किसी ग़रीब की गरीबी,,
कमबख्त बढ़ती ही चली जा रही है..
49=
दर्द में हम गाते है, लोगो को अपने नगमे हम सुनाते है
हम लिखते है तुम्हारी याद में और लोग हमे शायर कह जाते है..
50=
आज फिर मुमकिन नही कि, मैं सो जाऊँ;
यादें फिर बहुत आ रही हैं, नींदें उड़ाने वाली..
51=
कभी तुम्हरी याद आती है तो कभी तुम्हारे ख्व़ाब आते है…
मुझे सताने के सलीके तो तुम्हें बेहिसाब आते है..
52=
रख लो दिल में संभाल कर थोड़ी सी यादें हमारी,
रह जाओगे जब तन्हा बहुत काम आयेंगे हम..
53=
फ़िक्र ये थी कि शब-ए-हिज्र कटेगी कैसे,
लुत्फ़ ये है कि हमें याद न आया कोई..
54=
भूलना चाहो तो भी याद हमारी आएगी,
दिल की गहराई मे हमारी तस्वीर बस जाएगी.
ढूढ़ने चले हो हमसे बेहतर दोस्त,
तलाश हमसे शुरू होकर हम पे ही ख़त्म हो जाएगी..
55=
हम अपने पर गुरुर नहीं करते,
याद करने के लिए किसी को मजबूर नहीं करते.
मगर जब एक बार किसी को दोस्त बना ले,
तो उससे अपने दिल से दूर नहीं करते..
56=
दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करू,
आप भूल भी जाओ तो मे हर पल याद करू,
खुदा ने बस इतना सिखाया हे मुझे
कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करू..
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