BEST HINDI SHAYARI 2021
मौत आये तो शायद दिन संवर जाये।
वरना जिंदगी ने तो मार ही डाला है।
जिम्मेवारियां जब कंधो पर पड़ती है,
तो अक्सर बचपन याद आ जाता हैं।
किसी को इतना भी ना चाहो की भुला न सको।
क्योंको जिंदगी, इंसान और मोहब्बत,
तीनों बेवफा है।
खुद को पढ़ते है, फिर छोड़ देते है।
एक पन्ना जिंदगी का,
हम रोज मोड़ देते है।
अर्ज किया है...
वो तुम्हें Dp दिखाकर गुमराह करेगी,
मगर तुम आधार कार्ड पर अड़े रहना।
मेरी जिंदगी सुलगती आग है।
कभी जल गई कभी धुआं धुआं।
नींद आना खत्म हो जाये जहाँ से।
बस जिंदगी के सफर की शुरुआत,
वहीं से होती है।
कितना ही सुलझ जाये,
अपने से हम।
ये जिंदगी अपनी बातों में हमें,
कभी-कभी उलझा ही लेती है।
ये मत पूछना कि जिंदगी,
खुशी कब देती है?
क्योंकि शिकायतें तो उन्हें भी है,
जिन्हें जिंदगी सब कुछ देती है।
जिंदगी इतनी भी बुरी नहीं है कि,
मरने को दिल चाहे।
बस कुछ लोग इतना दर्द देते हैं कि,
जीने का दिल नहीं करता।
थक गयी मेरी जिन्दगी भी लोगों को जवाब देते-देते,
कहीं अब मेरी मौत ना लोगों का सवाल बन जाये।
जितना चाहे रुला ले मुझको,
तू ऐ जिन्दगी।
हँसकर गुजार दूंगा तुझको,
ये मेरी भी जिद है।
कुछ रहम कर ऐ जिंदगी,
थोडा संवर जाने दे।
तेरा अगला जख्म भी सह लेंगे,
पहले वाला तो भर जाने दे।
वक्त सीखा देता है,
उसूल जिंदगी का।
फिर नसीब क्या? लकीर क्या?
और तकदीर क्या?
ये जिंदगी है, साहब!
यहाँ पीठ पीछे छुरा मारने वाले निर्दोष,
और भरोसा करने वाले को दोषी मानते है।
परिंदे भी नहीं रहते,
पराये आशियानों में।
हमने जिंदगी गुजार दी,
किराये के मकानों में।
गैर मुक्कमल सी है ये जिंदगी,
और वक्त की बेतहाशा है रफ्तार।
रात इकाई, नींद दहाई,
ख्वाब सैकड़ा, दर्द हजार,
फिर भी जिंदगी मजेदार।
सफर जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ।
वो जिंदगी ही क्या?
जो छांव-छांव चली हो।
जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है।
पर अपना कौन है?
यह तो सिर्फ वक्त ही बताता है।
जिंदगी जिन्हें खुशी नहीं देती,
उन्हें तजुर्बा जरूर दे देती है।
जिंदगी की राह पर अगर चलते-चलते थक जाओ,
तो थोड़ी देर बैठ जाना।
इतनी भी क्या जल्दी है गालिब।
ऊँचे ऊँचे दरबारों से क्या लेना !
नंगे भूखे बेचारों से क्या लेना !
अपना मालिक अपना ख़ालिक अल्लाह है !
आती जाती सरकारों से क्या लेना !
तेरे सुर्ख होंठों पर ये लाली अच्छी नहीं लगती
तेरे हांथों में ये प्याली अच्छी नहीं लगती
ए बेवफा मत बदल अब तू ज़मीर अपना
तेरे दर की सवाली अब अच्छी नहीं लगती
शिकवा तकदीर का ना शिकायत अच्छी,
खुदा जिस हाल में रखे वही जिंदगी है अच्छी।
जिंदगी से पूछो ये क्या चाहती है?
बस एक तेरी वफा चाहती है।
दिल लगता नहीं है अब तुम्हारे बिना,
खामोश से रहने लगे है तुम्हारे बिना,
जल्दी लौट के आओ अब यही चाह है,
वरना जी ना पाएँगे तुम्हारे बिना |
जिंदगी से तो निकाल ही दिया है,
अपनी यादों से भी आजाद कर दो ना।
खुदा भी जहाँ आकर रूठ जाया करता है !
साथी भी जहाँ आकर छूट जाया करता है
इतने गुरूर-ए-हुस्न को देखकर,
दिल तो क्या पत्थर भी टूट जाया करता है !
सीख लिया है अब मैंने जिंदगी जीना।
अब चाहे तू वापस आए या ना आए,
कोई फर्क नहीं पड़ता।
टू गीत होती में गाता नआ थकता
टू अश्क होती में बहाता नआ थकता
अफ़सोस मेरी जान टू है छुपी
टू शोर होती में मचता ना थकता
चुपचाप गुजार देंगे तेरे बिना भी ये जिंदगी।
बता देंगे लोगों को कि मोहब्बत ऐसी भी होती है।
जिंदगी बहुत छोटी है।
इसलिए उस इंसान के साथ,
ज्यादा वक्त बिताओ,
जो आपको हर वक्त
खुशी और प्यार देना चाहता हो।
ना रास्ते ने साथ दिया,
ना मंजिल ने इंतजार किया।
मैं क्या लिखूं अपनी जिंदगी पर,
मेरे साथ तो उम्मीदों ने भी मजाक किया।
हसरतें कुछ और है,
वक्त की इल्तिजा कुछ और है।
कौन जी सका है जिंदगी अपने मुताबिक।
दिल चाहता कुछ और है,
होता कुछ और है।
मुझको कहने दो,
मैं आज भी जी सकता हूं।
इश्क नाकाम सही,
जिंदगी नाकाम नहीं।
जिंदगी से नफरत किसे होती है?
मरने की चाहत किसे होती है?
प्यार भी एक तकलीफ होता है।
वरना आंसुओं से मोहब्बत किसे होती है?
जिंदगी जीने के लिए मिली थी।
लोगों ने सोचने में ही गुजार दी।
जब चलना नहीं आता था,
तब कोई गिरने नहीं देता था।
और जब चलना सीख लिया तो,
हर कोई गिराने में लगा है।
ऐ नसीब…!
जरा एक बात तो बता।
तू सबको आजमाता है,
या मुझसे ही दुश्मनी है।
जिंदगी में इतना कुछ बुरा हुआ है, कि
अब कुछ बुरा हो भी जाए तो,
जरा भी बुरा नहीं लगता।
जिंदगी में जो हम चाहते हैं,
वो आसानी से नहीं मिलता।
लेकिन जिंदगी का सच यह है, कि
हम भी वही चाहते हैं,
जो आसान नहीं होता।
जिन्दगी के उस मुकाम पर खड़ा हूँ,
जहाँ कोई बात करे तो ठीक, वरना भाड़ में जाओ।
चाहे कोई भी मौसम हो, सबको मैं अपनाता हूँ।
ना कोई अपना, ना ही पराया, सबको गले लगाता हूँ।
एक कयामत जब है गुजरती, दूजी कयामत आती है,
जीवन के इस सच को भी मैं आठों पहर दुहराता हूँ।
शिकायत मौत से नहीं,
अपनो से थी मुझे।
जरा सी आंख बंद क्या हुई?
लोग कब्र खोदने लगे।
दिल में मोहब्बत का होना ज़रूरी है, वरना याद तो रोज दुश्मन भी किया करते हैं।
Attitude तो अपना भी खानदानी है,और तू मेरे दिल की रानी है, इसलिये कह रहा हूँ मान जा, क्योंकि अपनी तो करोड़ो दीवानी हैं।
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ, जिनकी हमे छुने की औकात नहीं होती।
जब इश्क करता हूँ मैं तो टूट कर करता हूँ, ये काम मुझे जरूरत के हिसाब से नहीं आता।
कोई जान भी ले ले हराकर मुझको तो मंज़ूर है, धोखा देने वालों को मैं दूसरा मौका नहीं देता।
दुश्मनों को सज़ा देने की एक तहज़ीब है मेरी, मैं हाथ नहीं उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ।
एक इसी उसूल पर गुजारी है जिंदगी मैंने, जिसको अपना माना उसे कभी परखा नहीं।
जहाँ कदर न हो अपनी वहाँ जाना फ़िज़ूल है, चाहे किसी का घर हो चाहे किसी का दिल।
मेरा वाला थोड़ा लेट आयेगा, लेकिन जब आयेगा तो लाखो में एक आयेगा।
फ़क़ीर मिज़ाज़ हूँ, मै अपना अंदाज़ औरों से जुदा रखती हूँ, लोग मस्जिदो मे जाते है, मै अपने दिल मे ख़ुदा रखती हूँ।
इतना Attitude न दिखा जिंदगी में तकदीर बदलती रहती है, शीशा वहीं रहता है, पर तस्वीर बदलती रहती है।
शेर अपना शिकार करते हैं और हम अपने Attitude से वार करते हैं।
वो खुद पे इतना गुरूर करते हैं, तो इसमें हैरत की बात नहीं, जिन्हें हम चाहते हैं, वो आम हो ही नहीं सकते।
सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं हमारी, हम अकेले पूरी महफ़िल के बराबर हैं।
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